पत्रकार- दिलीप सिंह राजपुरोहित धिरा
साभारः दैनिक भास्कर
एक लाख व्यापारी हर साल देंगे 5100 रुपए ताकि समाज का हर बेटा-बेटी पढ़ सके ब्रह्मधाम अासाेतरा की अाेर से राजपुराेहित समाज की बालिकाअाें काे शिक्षा व संस्कार देने लिए चलाए जा रहे संस्कार...
ब्रह्मधाम अासाेतरा की अाेर से राजपुराेहित समाज की बालिकाअाें काे शिक्षा व संस्कार देने लिए चलाए जा रहे संस्कार शिविर अभियान ने अब बड़ा रूप ले लिया है। समाज में शिक्षा के साथ-साथ सर्वांगीण विकास के लिए अब ब्रह्मधाम के अाह्वान पर सामूहिक प्रयास हाे रहे हैं। इसके लिए देशभर में व्यवसाय कर रहे समाज के लाेगाें से 51 साै रुपए का सहयोग लेने का निर्णय लिया गया है। खास बात यह कि यह राशि प्रत्येक वर्ष समाज के ट्रस्ट में जमा हाेगी। इस राशि से बालक-बालिका शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न स्थानाें पर विकास के काम करवाए जाएंगे।
हाल ही खेतेश्वर भगवान की 35वीं पुण्यतिथि पर ब्रह्मधाम अासाेतरा में अायाेजित कार्यक्रम में गादीपति संत बह्मर्षि तुलसाराम जी महाराज व उनके शिष्य डाॅ. ध्यानाराम जी वेदांताचार्य के सानिध्य में यह निर्णय लिया गया। इसका समाज के शिक्षाविदाें के साथ-साथ व्यापारी वर्ग ने भी स्वागत किया है। युवा वर्ग ताे इस निर्णय काे लेकर उत्साहित है। उनका कहना है कि एेसे निर्णयों से समाज के युवाओं में शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ेगा और अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
प्रत्येक जिले में 1000 व देशभर में समाज के 50 हजार प्रतिष्ठान
राजपुराेहित समाज के देशभर में 50 हजार से अधिक प्रतिष्ठान हैं। एेसे में सभी प्रतिष्ठानाें से प्रतिवर्ष 5100 रुपए शिक्षा व विकास के लिए एकत्र हाेंगे। इससे ब्रह्मधाम में विकास के कार्य हाेंगे। इसमें स्कूल का निर्माण, प्रतियाेगी परीक्षाओं की तैयारी, बड़े-बड़े हाॅल व भवनाें का निर्माण सहित अन्य कार्य करवाए जाएंगे। देशभर में फैले राजपुराेहित समाज के लाेग विभिन्न क्षेत्रों में अलग से कार्य भी करते हैं। एेसे में वे भी सहयोग करने के लिए तत्पर रहते हैं।
चार साल से हर साल शिक्षा के लिए 60 लाख रुपए खर्च
ब्रह्मधाम द्वारा प्रतिवर्ष अार्थिक रूप से कमजाेर वर्ग के छात्र-छात्राअाें काे पढ़ने के लिए 60 लाख का सहयोग भी किया जा रहा है। इन छात्र-छात्राअाें काे छात्रवृत्ति से लेकर अन्य देश के जिलाें में पढ़ने के लिए भी अार्थिक सहयोग किया जाता है। इसके साथ ही प्रतियाेगी परीक्षाओं की तैयारियां भी करवाई जाती है। एेसे में इस सहयोग से अब समाज के जरूरतमंद लोगाें काे भी अधिक सहयोग मिल पाएगा। साथ ही अन्य विकास कार्यों के लिए इसका उपयाेग योगदान किया जाएगा।
मृत्युभाेज बंद, नशा व दहेज मुक्त समाज का संकल्प साकार
ब्रह्मधाम अासाेतरा के सानिध्य में विभिन्न कुरीतियाें काे भी बंद किया गया है। करीब 16 महीने पहले समाज में मृत्युभाेज काे बंद कर दिया। साथ नशामुक्त समाज के लिए संकल्प दिलाया गया। अब शादी व समाराेह में नशे की मनुहार तक नहीं हाेती है। इतना ही नहीं, समाज में दहेज मुक्त शादियां हाेती हैं। इसमें समाज के जरुरतमंदाें लोगों काे काफी संबल मिला है, वहीं अन्य लाेग भी अब शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं। एेसे में अब यह शिक्षा व विकास के लिए किया गया निर्णय समाज ही नहीं, अन्य समाजाें के लिए प्रेरणास्त्राेत है।
बालक-बालिकाअाें के लिए संस्कार शिविर का अायाेजन
डाॅ. ध्यानाराम जी वेदांताचार्य के सान्निध्य में राजस्थान के विभिन्न जिलाें में बालक-बालिकाअाें के लिए संस्कार शिविराें का भी अायाेजन किया जाता है। इसमें समाज की संस्कृति व परंपरा के साथ ही बच्चों काे संस्कार दिए जाते हैं, ताकि अाने वाली पीढ़ी अन्य कुरीतियों से दूर रहे। इनके सान्निध्य में नशामुक्ति काे लेकर भी बड़े निर्णय लिए गए। अब तक करीब 20 से अधिक संस्कार शिविराें का अायाेजन किया जा चुका है। अब दीपावली की छुट्टियों में बालिका संस्कार शिविर का अायाेजन किया जाएगा। इसके लिए पाली, जालाेर, सिराेही, बाड़मेर, बीकानेर, जाेधपुर, नागाैर सहित कई स्थानाें पर यह शिविर अायाेजित हाेंगे।
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