बाड़मेर । कृषि विभाग द्वारा किसानों को एक दिवशीय प्रक्षिशण में किसानों को जैविक खेती के बारे में जानकारी दी गई। गुड़ानाल के पूर्व सरपंच चन्द्र सिंह राजपुरोहित ने कहा कि मिट्टी की गुणवत्ता नीव है, जिस पर जैविक खेती आधारित है। खेती के तरीकों से कोशिश है कि मिट्टी की उर्वरता का निर्माण और रखरखाव बना रहे। इसके लिए एकाधिक फसलें उगाना, फसलों का परिक्रमण, जैविक खाद और कीटनाशक और न्यूनतम जुताई आदि तरीके हैं। मिट्टी में मूल जैविक तत्व प्राकृतिक पौधों के पौष्टिक तत्वों से बना है, जो हरी खाद, पशु का खाद, कम्पोस्ट और पौधों के अवशेष से बना है। कई अध्ययनों के अनुसार, जैविक खेती मे पारंपरिक खेती प्रणाली की तुलना में अधिक श्रम निवेश की आवश्यकता होती है। इसलिए जैविक खेती को किसानो को अपनाना चाहिए।
जय श्री रघुनाथजी री सा !!!! राजपुरोहित पत्रिका न्यूज़ में आपका स्वागत है $@ "ये मंच नहीं रिश्ता है जो राजपुरोहित की न्यूज़ राजपुरोहित तक पहुचाता है ।" राजपुरोहित पत्रिका न्यूज़ में न्यूज़ देने के लिए संपर्क करे -rajpurohitpatrikanews@gmail.com
Search This Blog
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
संत श्री आत्मानंद सरस्वती महाराज का जीवन परिचय स्वामी श्री आत्मानंद सरस्वती महाराज पूरा नाम : - सात श्री 1008 स्वामी आत्मानन्द सरस्वत...
-
समस्त राजपुरोहित मकवाणा परिवार आयोजन समिति के तत्वाधान में आयोजित होने जा रहा हैै। राजपुरोहित मकवाणा गौत्र के आराध्य कुलदेवी माँ खुमल की त...
-
राजपुरोहित राजगुरु वंश कुलदेवी सरस्वती (कुबङ माता मंदिर कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 14 को बालोतरा उपखंड के डोली राजगुरु गांव में राजपुरोहित...
No comments:
Post a Comment