सिरोही
कालंद्री के ब्रह्मधाम ब्रह्माजी मंदिर में नवपरगना राजपुरोहित समाज की ओर से पूर्णिमा मेला महोत्सव का आयोजन संत ब्रह्मानंद महाराज के सानिध्य में किया गया। मेले की शुरूआत राष्ट्रगान के साथ हुई और मौन रखकर पुलवामा आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान संत ब्रह्मानंद महाराज ने 11 हजार, नवपरगना राजपुरोहित समाज की ओर से 51 हजार तथा जनसभा से 13 हजार रुपए शहीदों परिवारों की आर्थिक सहायता के लिए जुटाए गए, जिसे कलेक्टर को सौंपा जाएगा। पुजारी नारायण लाल रावल ने ब्रह्माजी की प्रतिमा की आंगी रचना की तथा मंदिर परिसर को फूल मालाओं से सजाया। मेले के लाभार्थी परिवार बाबूलाल शंकरजी रिदुआ दांतराई के मंदिर पहुंचने पर ट्रस्टियों व समाज बंधुओं ने ढोल ढमाकों और माल्यार्पण से स्वागत किया। लाभार्थी परिवार ने संत ब्रह्मानंद महाराज का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। मेले में पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायण सिंह राजपुरोहित का लाभार्थी परिवार ने साफा व माला पहनाकर स्वागत किया।
कालंद्री के ब्रह्मधाम ब्रह्माजी मंदिर में नवपरगना राजपुरोहित समाज की ओर से पूर्णिमा मेला महोत्सव का आयोजन संत ब्रह्मानंद महाराज के सानिध्य में किया गया। मेले की शुरूआत राष्ट्रगान के साथ हुई और मौन रखकर पुलवामा आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान संत ब्रह्मानंद महाराज ने 11 हजार, नवपरगना राजपुरोहित समाज की ओर से 51 हजार तथा जनसभा से 13 हजार रुपए शहीदों परिवारों की आर्थिक सहायता के लिए जुटाए गए, जिसे कलेक्टर को सौंपा जाएगा। पुजारी नारायण लाल रावल ने ब्रह्माजी की प्रतिमा की आंगी रचना की तथा मंदिर परिसर को फूल मालाओं से सजाया। मेले के लाभार्थी परिवार बाबूलाल शंकरजी रिदुआ दांतराई के मंदिर पहुंचने पर ट्रस्टियों व समाज बंधुओं ने ढोल ढमाकों और माल्यार्पण से स्वागत किया। लाभार्थी परिवार ने संत ब्रह्मानंद महाराज का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। मेले में पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायण सिंह राजपुरोहित का लाभार्थी परिवार ने साफा व माला पहनाकर स्वागत किया।
मेले में कालंद्री ब्रह्मधाम मंदिर के गादीपति संत ब्रह्मानंद महाराज ने प्रवचन किए। उन्होंने कहा कि परोपकार ही सबसे बड़ा पुण्य है। परोपकार तन, मन और धन से किया जाता है। गो माता के लिए एक बाड़ा बनाकर उसमें पानी का परब बनाकर उसमें रखा जाए ताकि गोमाता इधर-घूमकर काल का ग्रास न बनें। गोसेवा सबसे बड़ा परोपकार है। महाराज ने स्वस्थ रहने, गायत्री मंत्र का जाप करने, बच्चों को मोबाइल व टीवी से दूर रखने और माता-पिता की सेवा सीख दी। इस मौके ब्रह्मधाम महामंत्री दीपाराम पुरोहित, कोषाध्यक्ष मंगलाराम, उपाध्यक्ष ईश्वरलाल, भंवरलाल, लादुराम, सहकोषाध्यक्ष बाबूलाल पुरोहित, भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित, एडवोकेट अशोक पुरोहित, गणेशमल, हिरालाल, शंकरलाल, सुरेश, रामलाल, रणछोड राम, छगनलाल, शांतिलाल, खंगारराम, मंछाराम सहित अन्य समाजबंन्धु उपस्थित रहे।
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